तलाश थी ,
तमस को ज्योति की ,
आँखों को रौशनी की
दिल को धड़कन की ,
ज़िन्दगी को सांस की ,
चेहरे को चमक की ,
होठों को मुस्कराहट की ,
नींद को ख्वाब की ,
तन्हाई को साथी की ,
दवाज़े को दस्तक की ,
चुभन को मरहम की ,
आईने को अक्श की ,
तुम थे ,
तलाश नहीं
तुम नहीं .
Tuesday, August 30, 2011
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