आत्मा पे बोझ व्यक्ति को दोषी ठहराता है - उसके अस्तित्व को छोटा करता है ....दबाता है - ये भी मन की ही एक दशा है . जिस दिन भय से आक्रांत व्यक्ति इस भय से मुक्ति पा लेता है - वो जीत जाता है.
Wednesday, August 31, 2011
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